पुरोहित कर्म का अर्थ
[ purohit kerm ]
पुरोहित कर्म उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञाउदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- अनुत्पादक पुरोहित कर्म में कोई अंदरूनी स्पर्धा नहीं थी .
- यही नहीं चार दिन तक चलने वाले इस अनुष्ठान में न तो कोई पुरोहित कर्म होता है और न ही किसी पौराणिक कर्मकांड।
- यही नहीं चार दिन तक चलने वाले इस अनुष्ठान में न तो कोई पुरोहित कर्म होता है और न ही किसी पौराणिक कर्मकांड।
- पुरोहित कर्म किसी व्यक्ति विशेष या जाति धर्म के लिए नहीं है बल्कि इसे किसी भी जाति , समुदाय का व्यक्ति करने के लिए स्वतंत्र है।
- निमि राजा के विवाह के बाद वसिष्ठ ने सूर्य वंश की दूसरी शाखाओं का पुरोहित कर्म छोड़कर केवल इक्ष्वाकु वंश के राजगुरु पुरोहित के रूप में कार्य किया।
- मुंडन संस्कार की व्यवस्था देख रहे मनोज कुमार ने बताया कि मुंडन का उद्देश्य लोगों के मन से अहं की भावना निकालकर उन्हें पुरोहित कर्म में लगाना है।
- निमि राजा के विवाह के बाद वसिष्ठ ने सूर्य वंश की दूसरी शाखाओं का पुरोहित कर्म छोड़कर केवल इक्ष्वाकु वंश के राजगुरु पुरोहित के रूप में कार्य किया।
- स्वयं आचार्य बनने या पुरोहित कर्म में न लगे होने पर भी इन विद्वानों से धर्म एवं समाज के संबंधों को समझने एवं धर्मशास्त्रीय व्यवस्था की गुत्थियों को समझने में काफी मदद मिली है।
- पर तू कम से कम मेरी इज्जत का तो खयाल कर ! तूने आज पहली बार पुरोहित कर्म किया है और मुझे मालूम है कि इस संसार मे तुमसे पुरोहित कर्म का पूछने की भी किसी की हिम्मत नही है !
- पर तू कम से कम मेरी इज्जत का तो खयाल कर ! तूने आज पहली बार पुरोहित कर्म किया है और मुझे मालूम है कि इस संसार मे तुमसे पुरोहित कर्म का पूछने की भी किसी की हिम्मत नही है !